GIS survey will stop tax evasion in the city | जीआईएस सर्वे से शहर में रुकेगी टैक्स चोरी: अलीगढ़ में नगर निगम ड्रोन से करा रहा है सर्वे, कच्चे-पक्के मकानों और भवनों के तैयार होंगे रिकॉर्ड – Aligarh News
अलीगढ़ में जीआईएस सर्वे करके शहरी क्षेत्र की प्रॉपर्टियों का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है।
अलीगढ़ में टैक्स चोरी रोकने और राजस्व की कमियों को दूर करने के लिए नगर निगम शहरी क्षेत्र में ड्रोन के जरिए जीआईएस सर्वे का काम शुरू कर चुका है। निगम शहर में ड्रोन उड़ाकर मकान और भवनों का रिकॉर्ड तैयार कर रहा है, जिसके बाद इनकी सूची तैयार की जाएगी।
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नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा के निर्देश के बाद नगर निगम ने यह काम शुरू कर दिया है और टेक्निकल टीम को निर्देश दिए गए हैं कि इस काम को जल्द से जल्द पूरा कर दिया जाए। यह सर्वे पूरा होने के बाद जहां टैक्स चोरी जैसी चीजें रुकेंगी, वहीं आमजनों को शासकीय सेवाओं का लाभ समय पर मिलने में भी आसानी होगी।

अधिकारियों की टीम लगातार सर्वे के काम पर नजर रख रही है।
कच्चे-पक्के मकान, सड़कों की होगी जानकारी
जीआईएस सर्वे अलीगढ़ शहर के सभी 90 वार्डों में कराया जाएगा। इस सर्वे के बाद नगर निगम की आय में वृद्धि में मदद मिलेगी। वहीं शहर की गलियों, सड़कों की जानकारी होगी। जिससे यहां पर बेहतर सड़कें, नालियां, स्ट्रीट लाइट, खरंजा निर्माण सहित कई जनसुविधाओं को प्रभावी रूप से पहुंचाया जा सकेगा।
ड्रोन जीआईएस सर्वे से नगरीय क्षेत्र में संपत्ति,भवनों की ऑथेंटिक जानकारी भी निगम के पास मौजूद रहेगी। जिसमें शहर के अंदर बने कच्चे मकान, पक्के मकान, बहुमंजिला इमारतों की जानकारी और रिकॉर्ड सभी चीजें निगम के पास मौजूद रहेगी। कौन सा मकान कितने मंजिल बना है और किस मकान में टॉवर लगा है। इस जैसी जानकारी भी रिकॉर्ड की जाएंगी।

सर्वे पूरा होने के बाद हर प्रॉपर्टी के लिए क्यूआर कोर्ड जनरेट किए जाएंगे।
घर-मकान पर लगेंगे क्यूआर कोड
अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन से जीआईएस (GIS) सर्वे पूरा होने के बाद सभी प्रॉपर्टी पर QR कोड लगाए जाएंगे। QR कोड काफी लाभदायक सिद्ध होगा। QR कोड को स्कैन करके, नगर निगम के अधिकारी व प्रॉपर्टी स्वामी, प्रॉपर्टी से संबंधित जानकारी जैसे कि टैक्स और बिल जमा करने की स्थिति आदि आसानी से जान सकेंगे साथ ही साथ घर बैठे टैक्स भी जमा कर सकेगें।
नगर आयुक्त ने बताया QR कोड के माध्यम से नगर निगम आसानी से प्रॉपर्टी मालिकों की पहचान कर सकेगा और टैक्स चोरी को रोक सकेगा। QR कोड के उपयोग से, टैक्स प्रणाली अधिक पारदर्शी होगी और लोगों को टैक्स भरने में आसानी होगी।हर प्रॉपर्टी का एक विस्तृत डेटाबेस बना सकेगा। QR कोड को स्कैन करके लोग आसानी से अपने घर बैठे प्रॉपर्टी टैक्स जमा कर सकेंगे।